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मेरी हैसीयत से ज्यादा मेरी थाली मे तूने परोसा है
तू लाख मुश्किलें भी दे दे मालिक, मुझे तुझपे भरोसा है
तू अपनी रफ्तार पे इतना ना ईतरा,ऐ जिंदगी
अगर मैंने रोक ली साँसे तो,तू भी चल नही पायेगी
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एक मुर्ख जीनियस बन सकता है यदि वो समझता है की वो मुर्ख है लेकिन एक जीनियस मुर्ख बन सकता है यदि वो समझता है की वो जीनियस है
हम भी मोहब्बत करते हैं... पर बोलते नही क्योकि रिश्ते निभाते है....तौलते नही
दिल तो कहता है कि छोड जाऊँ ये दुनिया हमेशा के लिए
फिर ख्याल आता है कि वो नफरत किस से करेगा मेरे जाने बाद