ग़म की बारिश ने भी तेरे नक़्श को धोया नहीं
तू ने मुझ को खो दिया पर मैं ने तुझे खोया नहीं.
Gam Ki Barish Ne Bhi Tere naksh Ko Dhoya Nahi,
Tu Ne Mujh Ko Kho Diya Par Me Ne Tujhe Khoya Nahi
सुना है बारिश में दुआ क़बूल होती है
अगर हो इज्जाजत तो मांग लू तुम्हे
Suna Hai Barish Me Duwa kabul Hoti Hai,
Agar Ho Ejajat To Mang Lu Tumhe