कितनी जल्दी ये शाम आ गई
गुड नाइट कहने की बात याद आ गई
हम तो बैठे थे सितारों की महफिल में
चांद को देखा तो आपकी याद गई
इस कदर हम उनकी मोहब्बत में खो गए
कि एक नज़र देखा और बस उन्ही के हो गए
आँख खुली तो अँधेरा था, देखा एक सपना था
आँख बंद की और उन्हीं सपनों में फिर खो गए