जो तू साथ न छोड़े ता-उम्र मेरा ए मेहबूबमौत के फ़रिश्ते को भी इनकार न कर दूं तो कहनाइतनी कशिश है मेरी मुहब्बत की तासीर मेंदूर हो के भी तुझ पे असर न कर दूं तो कहनाHindi Shero Shayari, Shero Shayari In Hindi, Sher O Shayari, शेरो शायरी