दर्द से हाथ ना मिलते तो और क्या करते गम के आँसू ना बहाते तो और क्या करते उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ हम खुद को ना जलाते तो और काया करते rula dene wali shayari, रुला देने वाली शायरी