कुछ रिश्तों को कभी भी… नाम ना देना तुमइन्हें चलने दो ऐसे ही… इल्ज़ाम ना देना तुमऐसे ही रहने दो तुम… तिश्नग़ी हर लफ़्ज़ मेंके अल्फ़ाज़ों को मेरे… अंज़ाम ना देना तुमHindi Shero Shayari, Shero Shayari In Hindi, Sher O Shayari, शेरो शायरी