यूँ तो खामूश ही रहती है आँखे अगर समझ सको तो बहुत कुछ कहती है आँखे कोन कहता है की रोती है आँखे रोता तो दिल है मगर कहती है आखे new shayari, latest shayari, sher shayari, लेटेस्ट शायरी