रात भर चलती रही उँगलियाँ मोबाईल पर
किताब सीने पर रखकर सोये हुए एक जमाना हो गया
raat bhar chalati rahi ungaliyaan mobaeel par
kitaab seene par rakhakar soye hue ek jamaana ho gaya
हो चुकी रात अब सो भी जाइए
जो हैं दिल के करीब उनके ख्यालों में खो जाइए
कर रहा होगा कोई इंतज़ार आपका
ख़्वाबों में ही सही उनसे मिल तो आइये.
दिल की किताब में गुलाब उनका था
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.