उसे इस बार वफ़ाओं से गुज़र जाने की जल्दी थी, मगर अबके मुझे अपने घर जाने की जल्दी थी, मैं आखिर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता, यहाँ हर एक मौसम को गुज़र जाने की जल्दी थी शायरी की डायरी, शायरी की डायरी फोटो, shayari ki dayari, शायरी की दुनिया