बदलना आता नहीं हमे मौसम की तरहहर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैंना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तककसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना प्यार करते हैं.shayari sangrah, शायरी संग्रह